डोंगरगढ़ (दावा)। धर्म नगरी की प्रज्ञागिरी पहाड़ी में 66वें धम्म चक्र परिवर्तन दिवस पर हुए अंतर्राष्ट्रीय बुद्धिस्ट पीस कॉन्फें्रस में विदेश से पधारे अतिथियों का स्वागत कर सम्मान किया गया. नगर के छिरपानी स्थित होटल पहुना मे विदेश से पहुंचे बौद्ध धम्म के अंतर्राष्ट्रीय मेडिटेशन सेंटर प्रमुख थाईलैंड के भदंत मधीमज्जीरोदम डॉक्टर पोंगशाक टगकाना, भदंत पोर्नचाई पिन्यापोंगे, भदंत महाआर्यन, जर्मनी के मास्टर मिचेल ली, कैप्टन नट्टाकिट, श्रीमती टिथीरडहेग साकुल, श्रीमती पटचार पीमोल, यंगप्रपाकोर्ण, श्रीमती उषा खोराना, डॉक्टर उट्टीचाई वोरासिग, डॉक्टर थीन क्वाग जर्मनी व मिथिला चौधरी सहित गगन मलिक फाउंडेशन के अध्यक्ष गगन मलिक का स्वागत इंडियन बुद्धिस्ट स्काउट काउंसलिंग के द्वारा किया गया.
काउंसलिंग के प्रमुख देवेंद्र साखरे के नेतृत्व में सदस्यों ने सभी अतिथियों का स्कार्फ सरोपा व कमल फूल भेंट कर स्वागत किया. बताया गया कि बुद्ध धर्म में कमल फूल का अत्यंत महत्व है. इसी कारण सभी अतिथियों को कमल फूल भेंट किया गया. इस अवसर पर राज्य आयुक्त भारत स्काउट एवं गाइड छत्तीसगढ़ एवं संरक्षक स्काउट गाइड फेलोशिप रेलवे गोपाल खेमुका जसबीर बन्नोआना विशेष रूप से उपस्थित थे. स्वागत कार्यक्रम में स्काउट लीडर संजय सरजारे, चंद्रशेखर साखरे, श्यामलाल साहू, शंकर जंघेल, श्रीमती नीलिमा साखरे, श्रीमती भूमिका मोटघरे, श्रीमती इंदिरा साखरे, श्रीमती मेघा मोटघरे, गोविंद राव, प्रवीण कुमार, सांगोड़े, विजय कुमार सरजारे, आयुष शागोड़े सहित अन्य सदस्यों ने भी अतिथियों का स्वागत किया व बताया कि भारत में बुद्धिस्ट स्काउटिंग की यह पहली शाखा है। स्काउटिंग का उद्देश्य भी मानवता का संदेश देता है.