नेपाल भागने के फिराक में था आरोपी, हैदराबाद से वापिस आया था, अंतत: गोंदिया में चढ़ा पुलिस के हत्थे
राजनांदगांव (दावा)। पुलिस ने शहर के एक व्यवसायी को ब्लैकमेल करने की नीयत से उनके यहां काम करने वाले निरपराध व्यक्ति सुरेश जोशी की हत्या के मास्टर माइंड प्रकाश गोलछा को अंतत: गिरफ्तार कर के ही दम लिया। उक्त आरोपी पिछले कई दिनों से फरार चल रहा था जिसे थाना कोतवाली पुलिस, सायबर सेल एवं रेलवे सुरक्षा बल की संयुक्त टीम द्वारा गोंदिया (महाराष्ट्र) के रेलवे स्टेशन में घेराबंदी कर धर दबोचा गया।
बताया जाता है कि आरोपी प्रकाश गोलछा नेपाल भागने की फिराक में था तथा वह उक्त हेतु हैदराबाद से लौट आया था। गुरुवार को उसे ट्रेन से चंपत होते हुए गोंदिया स्टेशन में घेराबंदी कर पकड़ा गया।
इस संबंध में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर जिला पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि आरोपी प्रकाश गोलछा ने षडयंत्रपूर्वक योजना बनाकर व्यापारी को ब्लैकमेल करने के नियत से उनके यहां का नौकर की हत्या की थी। इस कार्य में आरोपी का सहयोग करने वाले 4 आरोपी को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था जो कि अभी वह जेल की हवा खा रहे हैं। प्रेसवार्ता में बताया गया कि गोंदिया में पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी प्रकाश गोलछा से घटना में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार, मोबाईल एवं मृतक का मोबाईल जप्त किया गया है।
प्रेसवार्ता में श्री गर्ग के साथ उपस्थित एएसपी राहुल कुमार शर्मा, सीएसपी अमित पटेल कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू द्वारा घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि गत 22 नवंबर घटना के दिन सुरेश जोशी को थम्सअप (कोल्ड्रिंग) में जहर मिलाकर पिलाकर की गई हत्या के पश्चात प्रकाश गोलछा के कार में शव को लाकर आईपीएस स्कूल पार्रीनाला के पास फेंका गया था। पुलिस ने इस संबंध में कार्रवाई करते हुए हत्या के मास्टर माइंड प्रकाश गोलछा के चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। जो कि अभी वे जेल की सीखचों के पीछे है।
पार्रीनाला के पास मिली थी लाश
बता दें कि गत 22 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली की पार्रीनाला इण्डियन पब्लिक स्कूल, सुरेश राईस मिल के पास एक अज्ञात पुरूष उम्र करीबन 50-55 वर्ष की लाश पड़ी हुई है। सूचना प्रार्थी रंजन दास साहू पिता इतवारी दास साहू उम्र 48 साल निवासी पार्री द्वारा दी गई थी। पुलिस द्वारा मौके पर मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया। पंचनामा कार्यवाही के दौरान परिजन श्रीमती दीपा गुरू पति दीपंकर गुरू द्वारा मृतक के शव को देखकर अपने अपन बड़े भाई सुरेश कुमार जोशी पिता स्व. मदन लाल जोशी उम्र 52 साल निवासी अरिहंत टावर मानव मंदिर चौक के समीप के रूप में पहचान किया गया।
थाना कोतवाली पुलिस द्वारा अपराध घटित पाए जाने पर मर्ग कायम कर धारा 302, 120-बी, 201, 34 भा.दं.वि. कायम कर विवेचना में लिया गया तथा पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश एवं नगर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी के नेतृत्व में थाना कोतवाली की टीम एवं प्रभारी सायबर सेल द्वारिका प्रसाद लाउत्रे सायबर टीम के साथ संयुक्त टीम बनाकर घटना में संलिप्त व्यक्तियों की पतासाजी की।
इस पर आरोपी दयाराम साहू पिता खेदू साहू उम्र 36 साल निवासी छछानपहरी थाना अंबागढ चौकी, मनीष खुटेल पिता रूपनाथ खुटेल उम्र 21 साल निवासी महरूम थाना डोंगरगांव, नितेश सेन पिता मदन सेन उम्र 27 साल निवासी बैलापसरा गणेश मंदिर के पीछे वार्ड नं. 15 व प्रेमेन्द्र निर्मलकर पिता तिलक राम निर्मलकर उम्र 37 साल निवासी रानीतराई रोड थाना देवरी जिला बालोद को गत 25.नवंबर को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमाण्ड पर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
जमीन विवाद का मामला
पुलिस द्वारा आरोपी प्रकाश गोलछा से पूछताछ करने पर बताया गया कि करीबन 15 वर्ष पूर्व से स्कूल की जमीन को लेकर चल रहे विवाद में ज्ञानचंद बाफना से उसे पैसा लेना था। करीबन 2 वर्ष पूर्व स्कूल के पूरे कैम्पस की बिक्री हो गई, परंतु उसे उसके हिस्से का पैसा नहीं दिया गया था। इसके अलावा करीबन ढ़ाई साल पहले में सागर चितलांग्या से सत्यम विहार गंज लाईन में स्थित एक बंगले का 1 करोड़ 38 लाख में सौदा किया था और पूरी राशि भी सागर चितलांग्या को दे चुका था जिसकी जानकारी उसके पिता सूर्यकांत चितलांग्या को भी थी। राशि पटाने के बाद वह पीटा एक्ट में सन् 2021 में जेल चला गया था। जेल से वापस आने के बाद जब वह सागर को रजिस्ट्री के लिए बोला तो वह आनाकानी करने लगा।
जिस कारण प्रकाश गोलछा को ज्ञानचंद बाफना एवं सागर चितलांग्या से रंजिश थी जिनसे वह बदला लेना चाहता था। जिसके लिए प्रकाश गोलछा ने पेमेन्द्र निर्मलकर, मनीष खूंटेल एवं दयाराम साहू को हर महीने अच्छा पगार देने का लालच दिया था और बताया कि सुरेश जोशी जो कि ज्ञानचंद बाफना के यहां कार्यरत था, उसे फार्म हाऊस लाकर उससे सुसाइड नोट लिखवाकर जहर देकर मार देंगे एवं उस सुसाइड नोट से ज्ञानचंद बाफना व सागर चितलांग्या को ब्लेक मेल करेंगे और पैसा वसूली करेंगे की योजना बनाई गई थी। इस योजना के तहत 21 नवंबर को उन्होंने पेमेन्द्र को फोन कर सुरेश जोशी को दोपहर 2 बजे फार्म हाऊस लाने के लिए बोला एवं स्वयं अपनी स्वीफ्ट गाड़ी नम्बर सी.जी.-08-यू.-9269 से मनीष खुटेल एवं दयाराम साहू को फार्म हाउस लाया जहां सभी मिलकर सुरेश जोशी को कोलड्रिंक में जहर मिलाकर पिला दिये, जिससे सुरेश जोशी की फार्म हाउस में मृत्यु हो गई। सुबह लगभग 4-5 बजे वह अपनी उक्त स्वीफ्ट वाहन से सुरेश जोशी के शव को अपने तीनों साथियों के साथ मिलकर पार्रीनाला के पास छोड़ दिया। जिसके पश्चात सुरेश गोलछा एवं पेमेन्द्र के साथ मिलकर 01 टाईपशुदा पत्र बनवाकर पेमेन्द्र को ज्ञानचंद बाफना के पास पहुंचाने बोला। उसी दिन शाम को प्रकाश गोलछा को मालूम चला कि पुलिस उसे खोज रही है तो वह मोबाईल बंद करके भाग गया। प्रकाश गोलछा शातिर अपराधी होने से लगातार अलग अलग लोगों से फोन लेकर अपने परिचितों से सम्पर्क करता था। प्रकाश गोलछा अगले दिन दुर्ग से नागपुर चला गया।
जहां से वह भांदक जैन मंदिर गया, दर्शन करने के बाद वापस नागपुर आ गया। लगातार पुलिस को गुमराह करने के लिए स्थान बदल-बदल कर रह रहा था। गोंदिया के आसपास होने की सूचना मिलने पर रेल्वे सुरक्षा बल की सहायता प्राप्त कर सायबर सेल एवं थाना कोतवाली की टीम द्वारा घेराबंदी कर प्रकाश गोलछा को पकड़ा गया। आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर घटना के संबंध में विस्तार से पूरी बात बताई और अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी के बताए हुए जगह सोमनी स्थित अपने फार्म हाउस के पीछे खेत से मृतक, सुरेश जोशी का मोबाइल व टेड़ेसरा स्कूल के पीछे से घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट वाहन क्र. सीजी-08/यू 9269 को जब्त किया। वहीं आरोपी ने मृतक सुरेश जोशी से लिखवाया हुआ सुसाईड नोट व धमकी भरे पत्र को अपने गुरूनानक चौक स्थित ऑफिस से बरामद करवाया।
फरार था मुख्य आरोपी
प्रेस वार्ता में बताया गया कि प्रकरण के मुख्य आरोपी प्रकाश गोलछा जो सुरेश जोशी हत्याकाण्ड का मास्टर माइंड है, घटना बाद फरार हो गया था। जिसे पकडऩे के लिए गठित की गई सायबर सेल व कोतवाली पुलिस तथा रेलवे सुरक्षा बल की संयुक्त टीम को गोंदिया, नागपुर, महाराष्ट्र एवं दुर्ग, भिलाई, रायपुर की ओर भेजा गया। इस दौरान मुखबीर से आरोपी के गोंदिया में होने की सूचना मिलने पर आरोपी प्रकाश गोलछा को गोंदिया (महाराष्ट्र) में घेराबंदी कर पकड़ा गया और उसे हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया।
आरोपी के पूर्व में भी अपराध दर्ज
आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य सबूत पाये जाने पर शुक्रवार 1 नवंबर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय में पेश किया गया है। बताया जाता है कि आरोपी प्रकाश गोलछा के विरूद्ध पूर्व में थाना कोतवाली में धारा 120 बी, 406, 467, 468, 471, भादवि. एवं 155/2022 धारा 3, 4, 5, 7 अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 दर्ज कर चालान किया गया है।