मधुसूदन ने कहा चोर मचाये शोर
डोंगरगढ़ : तहसील के ग्राम मुड़पार में लावारिस रेत के उठाव को लेकर कांग्रेसियों द्वारा किए जा रहे प्रपंच को पूर्व सांसद एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने चोर मचाए शोर करार देते हुए विपक्ष से पूछा है
कि कांग्रेसी नेता बतायें की अवैध रेत भंडार किसका है, और प्रशासन को इस प्रकरण में निष्पक्ष जॉच में सहयोग दें। पूर्व संासद ने कहा है कि सच्चाई यह है कि कांग्रेस समर्थित रेत माफिया द्वारा अवैध रूप से भंडारण किये गये रेत की जप्ती और राजस्व विभाग की कार्यवाही से कांग्रेसी नेता तिलमिलाए हुए हैं। राजस्व अधिकारियों द्वारा विधिवत् अवैध रेत की जप्ती और कार्यवाही की गई है जिसकी जानकारी कांग्रेसी नेताओं को भलिभांति है।
किन्तु प्रशासन द्वारा इस प्रकरण में नियमानुसार की गई संपूर्ण कार्यवाही की जानकारी विपक्ष को होने के बावजूद भी, मुद्दाविहीन कांग्रेसी नेतागण इस विषय में ऑखें मूंद कर बैठे हैं और पूरे प्रकरण से अनभिज्ञ होने का ढोंग करके शासन प्रशासन के खिलाफ मुद्दा तलाश रहे हैं। किन्तु विपक्ष की इस स्वार्थ की राजनीति को जनता अच्छी तरह समझती है । उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भाजपा के स्थानीय पूर्व विधायक पर विपक्ष निशाना साध रहा है, जबकि लगाये गये मिथ्या आरोपों पर भाजपा नेता मधुसूदन ने जॉच व कार्यवाही की मांग की है।
विपक्ष के असत्य, निराधार एवं मनगढ़त आरोप किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं करने की बात पूर्व सांसद ने की हैै। उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाया है कि पूर्ववर्ती भ्रष्ट कांग्रेस शासन में करोड़ों रूपये के रेत के अवैध डंप भंडार अब भाजपा शासन में पकड़ाये जाने से कांग्रेसी नेताओं को लाखों करोड़ों रूपयों का नुकसान हो रहा है, जिससे वे बौखला गये हैं।
लावारिस रेत के लिए विपक्ष का छलकता दर्द और चिंता इस बात की ओर इशारा कर रही है कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला अवश्य है और इन रेत माफियों के तार, हल्ला मचाने वाले कांग्रेसी नेताओं से जुड़े हुए हैं। मधुसूदन यादव ने चेतावनी देते हुए कहा है
कि कांग्रेसी नेताओं को चाहिये की वो शासन प्रशासन की मदद करते हुए अवैध रेत के भंडारण में संलिप्त रेत माफियाओं का नाम उजागर करे, क्योंकि शासन प्रशासन इस प्रकरण में निष्पक्षता, तत्परता एवं संवेदनशीलता से कार्यवाही करते हुए जनता के सामने कांग्रेस समर्थित रेत माफियाओं का सच उजागर करने के लिये प्रतिबद्ध है।